यहाँ एक प्रेरक कहानी है:
एक बार, मैक्स नाम का एक छोटा पक्षी ऊँचे पेड़ों से भरे जंगल में रहता था। मैक्स का एक बड़ा सपना था: किसी भी पक्षी की तुलना में अधिक ऊँचाई पर उड़ना। लेकिन हर बार जब उसने कोशिश की, तो वह असफल रहा। उसके पंख बहुत छोटे थे, और हवाएँ बहुत तेज़ थीं।
एक दिन, एक बुद्धिमान बूढ़े उल्लू ने मैक्स से पूछा, "तुम इतनी ऊँचाई पर क्यों उड़ना चाहते हो?" मैक्स ने जवाब दिया, "मैं वहाँ से दुनिया को देखना चाहता हूँ और अपने पंखों के नीचे हवा को महसूस करना चाहता हूँ।"
उल्लू ने कहा, "तुम्हारे पंख छोटे हो सकते हैं, लेकिन तुम्हारा दिल बड़ा है। अपनी सीमाओं पर ध्यान केंद्रित मत करो; अपने दृढ़ संकल्प पर ध्यान केंद्रित करो। फिर से कोशिश करो, लेकिन इस बार अकेले मत उड़ो। हवा को अपने साथ ले जाओ।"
मैक्स ने हवा की सवारी करना सीखा, इसका उपयोग करके खुद को और ऊँचा उठा लिया। वह पेड़ों से ऊपर उड़ गया, स्वतंत्र और अजेय महसूस कर रहा था।
नैतिक: अगर हम अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करते हैं और अपने आस-पास के माहौल का अपने फायदे के लिए उपयोग करना सीखते हैं, तो हमारी सीमाएँ हमें रोक नहीं सकतीं। खुद पर विश्वास रखें, छलांग लगाएँ और नई ऊंचाइयों तक पहुँचने के लिए हवा की सवारी करें!
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